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Operation Sindoor: पाकिस्तान से तनाव के बीच केंद्र सरकार ने 4 बड़े हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स को तेजी से पूरा कर

Operation Sindoor: पाकिस्तान से तनाव के बीच केंद्र सरकार ने 4 बड़े हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स को तेजी से पूरा कर

India Strikes in Pakistan: पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार (7 मई) को पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर हमला कर दिया. हालांकि, पहलगाम हमले के बाद से ही भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया था, जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े फैसले लिए. इसमें सिंधु नदी समझौता को स्थगित करना भी शामिल था.

सिंधु नदी समझौते के स्थगित होने के बाद पाकिस्तान में पानी के लिए हाहाकार मच गया और भारत में पानी लबालब भर गया. वहीं, अब पाकिस्तान से जारी तनाव के बीच सिंधु नदी के पानी के प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. केंद्र सरकार ने 4 बड़े हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स को तेजी से पूरा करने का आदेश दिया है.

सिंधु नदी के पानी का भारत की जरूरतों के लिए होगा इस्तेमाल- पीएम मोदी

सिंधु नदी के पानी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (6 मई) को कहा, “अब भारत का पानी भारत के अधिकारों के लिए बहेगा, भारत के अधिकारों के लिए जमा किया जाएगा और भारत की जरूरतों के लिए ही काम आएगा.” प्रधानमंत्री का यह बयान इस बात को स्पष्ट करता है कि वे भारत के जल संसाधनों के प्रबंधन को और प्रभावी बनाने और इसे सबसे पहले देश हित के लिए इस्तेमाल करने के पक्ष में है.

पाकिस्तान पर हुई बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अब भारत पाकिस्तान में जाने वाली पानी पर बड़ा दबाव बनाने की तैयारी में है. इसके लिए केंद्र सरकार ने चार बड़े हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स को तेजी से बढ़ा रही है.

केंद्र सरकार किन चार बड़े हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स को बढ़ा रही?

  1. पकल दुल हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट- यह प्रोजेक्ट जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में स्थित है. यह एक कंक्रीट फेस्ड रॉक फिल डैम (Concrete-Faced Rock Fill Dam) है. इसकी ऊंचाई 167 मीटर है, जो भारत में इस प्रकार का सबसे ऊंचा डैम है. फिलहाल इस डैम का निर्माण कार्य 72 मीटर तक पूरा हो चुका है और इसमें 24.78 लाख क्यूबिक मीटर पानी भरा जा चुका है. इस प्रोजेक्ट को तेजी से पूरा करने के लिए हेड रेस टनल (Head Race Tunnel) का निर्माण बेहद जरूरी है, जिसके लिए तेजी से खुदाई की जा रही है.
  2. किरु हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (624 मेगावाट)- यह हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट भी जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में स्थित है. इस प्रोजेक्ट के तेजी से और समय पर पूरा होने के लिए डैम की कंक्रीटिंग का पूरा होना बेहद जरूरी है. इस प्रोजेक्ट के तहत कुल 13.95 लाख क्यूबिक मीटर के स्टोरेज में से अब तक 3.5 लाख क्यूबिक मीटर की कंक्रीटिंग का काम पूरा हो चुका है.
  3. क्वार हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (540 मेगावाट) – इस प्रोजेक्ट के लिए एक बड़ी उपलब्धि चेनाब नदी के डायवर्सन के साथ जनवरी, 2024 में ही हासिल की जा चुकी है. जिसके बाद मेन डैम के निर्माण का काम शुरू हो गया और अभी तेजी से जारी है.
  4. किरथाई स्टेज-1 प्रोजेक्ट (930 मेगावाट)- जम्मू कश्मीर में 4 निर्माणाधीन हाइड्रो प्रोजेक्ट में शामिल किरथाई स्टेज-1 प्रोजेक्ट भी केंद्र शासित प्रदेश के किश्तवाड़ जिले में हीं स्थित है और यह चेनाब नदी पर बने रहे किरु हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट के अपस्ट्रीम में बनाई जा रही है और यह एक रन-ऑफ-रिवर (Run-of-River) प्रोजेक्ट है, जो सालाना 3329.52 मिलियन यूनिट (MU) बिजली का उत्पादन करेगी. इसके लिए 121 मीटर ऊंचा कंक्रीट ग्रैविटी डैम बनाया जाएगा.

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