Breaking News

Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा है. इस आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं  इसी बीच  हिंदू मेनिफेस्टो किताब के  लेखक स्वामी विज्ञानानंद ने पाकिस्तान पर निशाना है. 

उन्होंने कहा, “शत्रु के लिए कोई दया नहीं होनी चाहिए और पूरी तरह से उसे नष्ट कर देना चाहिए. उन्होंने कहा है कि वो PM मोदी का समर्थन करते हैं. 

‘नहीं दोहरानी चाहिए पुरानी गलतियां’

उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री ने ऐसा बयान दिया है और नागरिक के तौर पर हम उसका समर्थन करते हैं. हिंदू मेनिफेस्टो भी यही कहता है कि शत्रु को हराना और उसे नष्ट करना चाहिए. शत्रु को हराने के बाद उसे पूरी तरह से नष्ट करना जरूरी है ताकि वह फिर से उठकर वापस न आ सके. उन्होंने कहा कि पहले हमने 1948, 1965, 1971 और 1999 में गलतियां कीं और अब हमें इन्हें दोहराना नहीं चाहिए. छोटी-छोटी घटनाओं से हमारी सुरक्षा तय नहीं हो सकती. हमें अंतिम और निर्णायक कदम उठाना होगा.

‘नहीं चलेगा अब सर्जिकल स्ट्राइक से काम’

उन्होंने उदाहरण दिया कि एक जनरल ने कहा था कि हमें पाकिस्तान को पांच हिस्सों में बांट देना चाहिए. सिंध, बलूचिस्तान, पीओके, पठानिस्तान और पंजाब को अलग कर देना चाहिए. इससे पाकिस्तान 50 साल तक शांत रहेगा. उन्होंने कहा कि अब सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई से काम नहीं चलेगा. अगर पाकिस्तान से निपटना है तो एक फाइनल समाधान होना चाहिए. हिंदू मेनिफेस्टो के हिसाब से, शत्रु को हराना और उसे नष्ट करना हमारा धर्म है. अगर हम ऐसा नहीं करेंगे, तो शत्रु फिर से खड़ा हो सकता है.

अपनी किताब को लेकर कही ये बात

पुस्तक के लेखक स्वामी विज्ञानानंद ने अपने संबोधन में ‘द हिंदू मेनिफेस्टो’ के उद्देश्य और संरचना को विस्तार से समझाया. उन्होंने कहा कि ‘मेनिफेस्टो’ शब्द का अर्थ किसी समूह या विचारधारा के मूल सिद्धांतों को स्पष्ट करना है. यह पुस्तक हिंदू दर्शन और शास्त्रों से प्रेरित होकर हिंदू समाज के विचारों को व्यवस्थित रूप से प्रस्तुत करती है.

स्वामी विज्ञानानंद ने आगे कहा कि कई लोग हिंदू ज्ञान का उपयोग अपनी निजी दुकान चलाने के लिए करते हैं, लेकिन इस पुस्तक का उद्देश्य हिंदू विचारधारा को पुनर्जनन और मान्यता देना है. ‘द हिंदू मेनिफेस्टो’ आठ अध्यायों में विभाजित है, जिसमें प्रत्येक अध्याय समाज, अर्थव्यवस्था, रक्षा और संस्कृति जैसे विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित है. पहले अध्याय में समृद्धि (प्रोस्पेरिटी) पर बल दिया गया है.

Check Also

Operation Sindoor Update: ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर आतंकी ठिकानों …