Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए आंतकी हमले के बाद से एजेंसियां जांच में जुटी हुई हैं. हर दिन अहम जानकारियां सामने आ रही हैं. सूत्र के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, आज बैसरन वैली में जांच ऐजेंसियों की टीम मेटल डिटेक्टर की मदद से सघन तलाशी लेगी.
आतंकी हमले के दिन बैसरन घाटी में थे 400 से ज्यादा लोग
जांच करने वाली टीम, जिसको लीड एनआईए कर रही है, वो पहले ही घटनास्थल पर सीन रिक्रिएट कर चुकी है. टीम हर दिन सबूत जुटाने के लिए बैसरन घाटी का दौरा कर रही है. बैसरन घाटी में जिस दिन आतंकी हमला हुआ, उस दिन करीब 400 लोग वहां मौजूद थे.
2 बजकर 25 मिनट के आसपास हुई थी फायरिंग
22 अप्रैल को पहली फायरिंग 2 बजकर 25 मिनट के आसपास हुई थी. 2 बजकर 30 मिनट पर लोकल थाने के SHO को कॉल मिली. उन्होंने 3 आरआर कंपनी के कमांडेंट को बताया. कमांडेट ने उसी वक्त ये जानकारी दी कि हो सकता है कि यहां सेना की फायरिंग प्रेक्टिस चल रही हो. जवानों को मौके पर पहुंचने में करीब 1 घंटे से ज्यादा का वक्त लगा.
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 लोग
हमलावरों ने सैन्य वर्दी पहनकर और एम4 कार्बाइन, एके-47 जैसे हथियारों का इस्तेमाल कर बैसरन घाटी में अंधाधुंध फायरिंग की. यह क्षेत्र ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से प्रसिद्ध है और पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है. हमले के बाद भारत ने कड़े कदम उठाए, जिसमें सिंधु जल समझौता निलंबित करना और अटारी-वाघा सीमा बंद करना शामिल है.
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