Operation Sindoor Update: ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर आतंकी ठिकानों पर सटीक और प्रभावशाली हमले कर एक बार फिर अपनी रणनीतिक क्षमता का प्रदर्शन किया है. भारतीय वायुसेना के डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल एके भारती ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 7 मई को पाकिस्तान के हमले में भारत को कोई नुकसान नहीं हुआ, क्योंकि भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह सक्रिय और चौकस था.
पाकिस्तानी सेना को हुए जान-माल के नुकसान के बारे में पूछे जाने पर डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, “मैंने नियंत्रण रेखा पर 35-40 लोगों के मारे जाने का उल्लेख किया है और कृपया याद रखें कि जब ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था तो पाकिस्तानी सेना की प्रतिक्रिया भी भारतीय सेना या भारतीय सशस्त्र बलों के बुनियादी ढांचे पर थी. हमारे लक्ष्य आतंकवाद के ठिकाने थे और बाद में जब उन्होंने हमारे बुनियादी ढांचे पर हवाई घुसपैठ और हवाई अभियान शुरू किए तो हमने भारी हथियारों का इस्तेमाल किया. इसमें जरूर उन्हें नुकसान पहुंचा है, लेकिन उसका अभी भी आकलन किया जा रहा है.”
कराची पर हमला करने को तैयार थी नौसेना
वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने कहा, “22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों की ओर से निर्दोष पर्यटकों पर किए गए कायराना हमलों के बाद भारतीय नौसेना के वाहक युद्ध समूह, सतही बल, पनडुब्बियों और विमानन परिसंपत्तियों को पूरी तरह से युद्ध की तैयारी के साथ तुरंत समुद्र में तैनात किया गया था. हमने आतंकवादी हमले के 96 घंटों के भीतर अरब सागर में कई हथियारों की फायरिंग के दौरान समुद्र में रणनीति और प्रक्रियाओं का परीक्षण किया. हमारे बल उत्तरी अरब सागर में निर्णायक भूमिका में पूरी तत्परता और क्षमता के साथ तैनात रहे, ताकि हम अपने चुने हुए समय पर कराची सहित समुद्र और जमीन पर चुनिंदा लक्ष्यों पर हमला कर सकें.”
‘कोई भी कार्रवाई करने को तैयार थे’
उन्होंने आगे कहा, “भारतीय नौसेना की आगे की तैनाती ने पाकिस्तानी नौसेना और वायु इकाइयों को रक्षात्मक मुद्रा में रहने के लिए मजबूर किया, ज्यादातर बंदरगाहों के अंदर या तट के बहुत करीब, जिस पर हमने लगातार नजर रखी. हमारी प्रतिक्रिया पहले दिन से ही संतुलित, आनुपातिक, गैर-उग्र और जिम्मेदार रही है. जैसा कि हम कह रहे हैं, भारतीय नौसेना पाकिस्तान की ओर से किसी भी शत्रुतापूर्ण कार्रवाई का निर्णायक रूप से जवाब देने के लिए विश्वसनीय निवारक मुद्रा में समुद्र में तैनात है.”
पाकिस्तान में कहां-कहां और कितना हुआ नुकसान
भारतीय सेना ने बताया कि वायुसेना ने मुरीदके और बहावलपुर में हमले को अंजाम दिया, जबकि बाकी बचे आतंकी ठिकानों पर बाकी थलसेना ने कार्रवाई की. एयर मार्शल एके भारती ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित एक प्रमुख आतंकी अड्डे पर मिसाइल हमला किया, जिसमें कैंप पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया. यह इलाका जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ माना जाता है और यहां लंबे समय से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियां चलाई जा रही थीं. वायुसेना ने इस हमले की ड्रोन और सैटेलाइट फुटेज भी प्रस्तुत की, जिसमें लक्ष्य क्षेत्र में हुए भारी विनाश को साफतौर पर देखा जा सकता है.
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुरीदके स्थित एक और आतंकी शिविर को भी सटीक मिसाइल हमले में नष्ट किया गया. यह क्षेत्र लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद का गढ़ माना जाता है.
एयर मार्शल भारती ने कहा, “इन दोनों ठिकानों को चुनना रणनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण था, क्योंकि ये पाकिस्तान की सीमा के अंदर गहराई में स्थित थे.” भारतीय वायुसेना ने इन हमलों के लिए उन्नत सैटेलाइट इमेजिंग, इंटेलिजेंस-आधारित टार्गेटिंग और प्रिसीजन म्यूनिशन का उपयोग किया. एयर मार्शल भारती ने कहा, “हमने ऑपरेशन इस तरह डिजाइन किया कि केवल आतंकी अड्डों पर निशाना साधा जाए और किसी भी नागरिक को नुकसान न हो.”
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